थके-थके से शब्द हैं तो भी थके-थके से शब्द हैं तो भी
थके-थके से शब्द हैं तो भी छुक-छुक रेलगाड़ी-सी चल रही है.............. थके-थके से शब्द हैं तो भी छुक-छुक रेलगाड़ी-सी चल रही है..............
हम रुसवा भी ख़ुद से है हम तन्हा भी ख़ुद से है, तुम क्या मेरा गम जानोगे हमारे आंसू दरिय हम रुसवा भी ख़ुद से है हम तन्हा भी ख़ुद से है, तुम क्या मेरा गम जानोगे हम...
जड़ से उखाड़ना है, लड़ाई जो पुरानी है। जड़ से उखाड़ना है, लड़ाई जो पुरानी है।
टूटे और थके हुए तन से भी, धैर्य ना खोना। आसान नहीं है माँ होना। टूटे और थके हुए तन से भी, धैर्य ना खोना। आसान नहीं है माँ होना।
बिना रुके, बिना थके रोज वही काम करके बिना रुके, बिना थके रोज वही काम करके